भारत की एक ऐसी गुफा जहां मंदिर भी हैं, बौद्ध धर्म और जैन धर्म का इतिहास
अजंता एलोरा की गुफा दुनियाभर में प्रसिद्ध एक ऐसी गुफा जिसे देखने के लिए केवल भारत से ही नहीं बल्कि विदेशों से भी लोग आते हैं। रहस्यों से भरी इस गुफा की बनावट देख हर कोई दंग रह जाता है। उनके आश्चर्यजनक मंदिरों, मूर्तियों और पत्थरों पर की गई नक्काशी को देख लोग अचंभित हो जाते हैं। ये गुफा है अजंता और एलोरा की गुफाएं।
ये गुफाएं महाराष्ट्र में औरंगाबाद जिले के पास मौजूद हैं। हालांकि इसके बनने का सटीक समय को लेकर इतिहासकारों के बीच थोड़ा अलग-अलग मत है। ऐसा माना जाता है कि अजंता और एलोरा की इन गुफाओं और मंदिरों का निर्माण सामान्य नहीं है। औरंगाबाद के पास वाघोरा नदी के पास सह्याद्रि पर्वतमाला में चट्टानों को काटकर इन गुफाओं का निर्माण किया गया है।
इन दोनों गुफाओं को वर्ष 1983 में यूनेस्को ने विश्व विरासत स्थल घोषित किया था।
आइए सबसे पहले जानते हैं एलोरा गुफा के बारे में। यहां 34 गुफाओं का एक समूह है। जिनमें 17 ब्राह्मण, 12 बौद्ध और 5 जैन धर्म से संबंधित हैं। ये गुफाएं स्थापत्य शैली के रूप में प्राकृतिक विविधता को दर्शाती हैं। एलोरा की गुफाओं के मंदिरों में सबसे उल्लेखनीय कैलासा है, जिसका नाम हिमालय के कैलाश पर्वत (भगवान शिव का निवास स्थान) के नाम पर रखा गया है।
इसके अलावा 17 मंदिरों में देवताओं के शिल्पकार कहे जाने वाले भगवान विश्वकर्मा की मूर्ति भी है। माना जाता है कि पहले बौद्ध मंदिरों का निर्माण किया गया और फिर हिंदू मंदिरों का और अंत में जैन मंदिरों का निर्माण किया गया। इन मंदिरों में कई आधी अधूरी मूर्तियां भी हैं। वहीं, 12 बौद्ध मंदिरों में आपको ध्यान स्थल, भोजनालय और विश्राम स्थल देखने को मिलेंगे। अब बात करते हैं अजंता की गुफाओं की। इनमें कुल 29 गुफाएं हैं। इनमें भी कई रहस्य हैं।
अजंता की गुफा पर वैज्ञानिक अभी भी शोध कर रहे हैं।
अजंता की ये गुफाएं बौद्ध धर्म को समर्पित हैं। अजंता की गुफाओं का निर्माण बुद्ध के जीवन का प्रचार और बौद्ध धर्म का प्रचार करना था। अजंता की ये गुफाएं पहाड़ में छेद करके बनी हैं। साथ ही, इसकी मूर्तियां और नक्काशी बिना किसी विभाजन किए बनाई गई हैं। अजंता और एलोरा की गुफाएं अगर आप घूमने आना चाहते हैं आप सर्दियों में जाएं।
क्योंकि यहां काफी गर्मी पड़ती है। ठंडी के मौसम में आप गुफाओं को बहुत अच्छे से देख पाएंगे। जंगली क्षेत्र होने के कारण, सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक गुफाओं में घूम सकते हैं। अजंता एलोरा गुफाओं का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन जलगांव है। वहीं, औरंगाबाद घरेलू हवाई अड्डा है जो अजंता एलोरा गुफाओं का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा है।
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