सर्दियों में सरसों का साग एक लोकप्रिय डिश है।
सरसों का साग स्वादिष्ट होने के साथ फायदेमंद भी होती है। देश के हर भाग में लोग सरसों का साग खाते हैं हालांकि इसे बनाने के तरीके अलग-अलग होते हैं। मोटे और मलाईदार सर्दियों के व्यंजन, साग, विशेष रूप से उत्तर भारत में, मक्की की रोटी, मक्खन की एक गुड़िया और प्याज, अचार, पूरी मिर्च और गुड़ जैसे टॉपिंग के साथ पसंद किया जाता है। ताज़ी सरसों के पत्ते, जिसे सरसों के पत्ते और अन्य गहरे हरे पत्ते के रूप में भी जाना जाता है, का उपयोग करके बनाया गया साग कैलोरी में कम और एंटीऑक्सीडेंट में उच्च होता है।
अपने आहार में साग शामिल करके मौसमी बीमारियों के प्रति आपकी प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत किया जा सकता है। यह आपको कब्ज, मधुमेह और हृदय रोग से भी बचा सकता है। आज हम आपको सरसों का साग बनाने का स्पेशल तरीका बताएंगे।
सामग्री
1/2 किलो सरसों
1/2 किलो पालक
250 ग्राम बथुआ
1 बड़ा टुकड़ा अदरक
8 कली लहुसन
2 बड़े प्याज
3 टमाटर
बटर
नमक, लाल मिर्च स्वादानुसार
ऐसे बनाएं
सरसों, पालक और बथुआ को काट लें। उसके बाद बड़े बर्तन में पानी डालकर इसे अच्छी तरह से धो लें। फिर उबाल लें। उबल जाने के बाद इसे उतार लें। उसके बाद अदरक, प्याज और टमाटर को काट लें। सब सामग्री तैयार हो जाने के बाद गैस पर कढ़ाई चढ़ा दें। कढ़ाई गर्म होने पर उसमें में घी डाल दें। उसके बाद गर्म होने पर उसमें प्याज डाल कर भून लें।
प्याज गोल्डन ब्राउन हो जाए तो लहसुन-अदरक का पेस्ट डाल दें। उसके बाद उसमें टमाटर डालें। उसके बाद नमक लाल मिर्च डालें। अब उसमें साग को पीस कर डाल दें। मसाले के साथ इसे चलाकर मिक्स कर दें। उसके बाद घीमी आंच पर 4-5 मिनट के लिए ढंक कर छोड़ दें। पक जाने के बाद साग में बटर मिक्स कर दें। आपका स्पेशल सरसो का साग खाने के लिए तैयार है।
ऐसे ही कंटेंट के लिए देखे कैमफायर न्यूज |