जिसे कई बार तोड़ने का प्रयास किया गया
काशी विश्वनाथ मंदिर जो उत्तरप्रदेश के वाराणसी शहर में स्थापित है। इसे मंदिरों का शहर भी कहा जाता है। इसे भारत की धार्मिक राजधानी और भोलेनाथ की नगरी, धर्म की नगरी के नाम से भी जाना जाता है। तभी तो यह शहर इतना खास है कि हर कोई यहां खींचा चला आता है। अब बात करते हैं यहां की सबसे खास मंदिर काशी विश्वनाथ मंदिर की। भगवान शिव को समर्पित सबसे प्रसिद्ध हिंदू मंदिरों में से एक है।
यह मंदिर पवित्र नदी गंगा के पश्चिमी तट पर स्थित है, और बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। मुख्य देवता विश्वनाथ या विश्वेश्वर नाम से जाना जाता है जिसका अर्थ है ब्रह्मांड के शासक है। वाराणसी शहर काशी भी कहा जाता है। इसलिए मंदिर को काशी विश्वनाथ मंदिर भी कहा जाता है।
हर दिन हजारों लोग दर्शन करने के लिए आते हैं।
पर्व-त्योहारों पर तो यहां लाखों श्रद्धालु पहुंच जाते हैं। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बन जाने से यहां दर्शन करना और आसान हो गया है। साथ ही इसकी खूबसूरती भी दोगुना हो गई है। दरअसल, 2,000 वर्ग मीटर में फैले मंदिर के दर्शन के लिए लोगों को संकीर्ण गलियों से होकर गुजरना पड़ता था। इससे लोगों को खासकर बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों को काफी तकलीफ होती थी।
हालांकि अब यहां दर्शन करना काफी आसान हो गया है। इस मंदिर की विशेषता यह है कि यह स्वर्णमयी मंदिर है। 15.5 मीटर ऊंचा सोने का शिखर और सोने का गुंबद है। यहां शुद्ध सोने से बने तीन गुंबद हैं। अब तो गर्भगृह की दीवारों पर भी सोने की परत चढ़ा दी गई है। अब गर्भ गृह के चारों चौखटों पर सोना ही सोना नजर आएगा। यानी बाहरी और भीतरी दिवारों पर सोने की परत ने मंदिर को और भी आकर्षक बना दिया है।
हालांकि इतना सोना कहां से आया यह अभी भी रहस्य है।
बताया जाता है कि सोना दान करने वाले ने अपना नाम सार्वजनिक न किए जाने की शर्त रखी थी। शिव और पार्वती का आदि स्थान काशी विश्वनाथ को प्रथम लिंग माना गया है। इसका उल्लेख महाभारत में भी किया गया है। आपको यह जानकर काफी आश्चर्य होगा कि इस मंदिर को कई बार मुस्लिम शासकों और विदेशी आक्रमणकारियों ने तोड़ने की कोशिश की, लेकिन हर बार इस मंदिर को और बेहतर तरीके से खड़ा कर दिया गया।
अगर आपकी मंदिरों में रुचि है तो आपको एक बार वाराणसी शहर जरूर आना चाहिए। यहां काशी विश्वनाथ मंदिर ही नहीं बल्कि गंगा के घाट के किनारे शाम को होने वाली आरती भी आपको मंत्रमुग्ध कर देगी। वैसे तो वाराणसी सड़क, रेल और हवाई तीनों मार्ग से जुड़ा हुआ है। आप अपनी सुविधा अनुसार किसी भी विकल्प का चयन कर सकते हैं। वाराणसी यहां एक महत्वपूर्ण और प्रमुख रेल जंक्शन है। वहीं वाराणसी हवाई मार्ग से जुड़ा होने से यहां आ आसानी से आ सकते हैं।
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