आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में शरीर को स्वस्थ रखना सबसे बड़ी चुनौती है।
शिवजी बोले- नकारात्मकता से दूर रहने के लिए यह जरूरी है। कुछ लोग समय के अभाव के कारण योग-ध्यान नहीं कर पाते हैं तो कुछ लोग व्यस्तता का बहाना बनाकर इससे बचना चाहते हैं। हालांकि ये उचित नहीं है। पवित्र शास्त्रों को पढ़ने पर पता चलता है कि योग और ध्यान का जीवन में बहुत ही महत्व है। हालांकि ये उचित नहीं है।
पवित्र शास्त्रों को पढ़ने पर पता चलता है कि योग और ध्यान का जीवन में बहुत ही महत्व है। इससे ने केवल आप का स्वास्थ्य बेहतर रहेगा बल्कि कठिन समय में भी आप सकरात्मक रह सकते हैं। ईश्वर का ध्यान लगाने से जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। आज आपको एक ऐसी ही कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां शिवजी ने योग और ध्यान का महत्व बताया है। शिवजी देवी पार्वती को बताते हैं कि किस तरह योग-ध्यान करने से जीवन सरल हो जाता है। कई सारी परेशानियों से मुक्ति मिल जाती है।
शिवजी से देवी पार्वती ने जीवन के बारे में सवाल पूछी
एक बार की बात है जब शिवजी और पार्वती जी का आपस में वार्तालाप चल रहा था। देवी पार्वती शिवजी से जीवन के बारे में सवाल पूछ रही थीं। भगवान शिव बड़ी सरलता से उनका जवाब दे रहे थे। इसी दौरान माता पार्वती ने शिवजी से पूछा कि हर इंसान की मौत निश्चित है, तो काल पर कौन विजय प्राप्त कर सकता है? हालांकि आपने तो एक बार काल को भी जला दिया था, लेकिन उसने आपका ध्यानलगाया, आपकी स्तुति की तो आप प्रसन्न हो गए। इसके बाद आपने काल को स्वस्थ कर दिया। क्या आपके अलावा कोई और भी है जो काल को जीत सकता है।
शिवजी ने माता पार्वती से पूछा- काल को आपके अलावा और कौन जीत सकता है?
एक बार शिव जी और पार्वती जी बात कर रहे थे। देवी जीवन से जुड़े प्रश्न पूछ रही थीं और भगवान उत्तर दे रहे थे। उस समय पार्वती जी ने एक प्रश्न पूछा कि हर इंसान की मृत्यु तय है, लेकिन काल पर कौन विजय प्राप्त कर सकता है? आपने तो एक बार काल को भी जला दिया था। फिर उसने आपकी स्तुति की तो आप उससे प्रसन्न हो गए और आपने काल को फिर से स्वस्थ कर दिया था। मैं आपसे जानना चाहती हूं कि क्या आपके अलावा कोई और काल को जीत सकता है?
शिवजी बोले- योग-ध्यान करने वाला योगी काल को जीत सकता है
शिव जी ने देवी पार्वती का सवाल सुनकर मुस्कुराए। कहा देवी, देवता, दैत्य, यक्ष, राक्षस, नाग और इंसान कोई भी काल को खत्म नहीं कर सकता है। हां, ये जरूर है कि योग-ध्यान करने वाले योगी काल को जीत सकते हैं। इसके लिए शरीर, मन और आत्म के अंतर को समझना जरूरी है। जो इंसान हर रोज योग-ध्यान करता है और योग के माध्यम से आत्म को भलीभांति समझ चुका है। वह काल पर विजय प्राप्त कर सकता है।
इसलिए हर व्यक्ति को रोज योग-ध्यान करना चाहिए और ध्यान करते समय अपने इष्टदेव के मंत्र का जप करना चाहिए। इससे उसके सारे दुख और अशांति दूर हो जाती है। नकारात्मक विचार दूर हो जाते हैं। इसलिए मन को शांत करके आसन बिछाकर बैठ जाएं और इसके बाद पूरी श्रद्धा के साथ योग-ध्यान करें और मंत्र का जाप करें।
ऐसे ही कंटेंट के लिए देखे कैमफायर न्यूज |