मान्यता है कि यहां सच्चे हृदय से जो अर्जी लगाता है, उसकी मनोकामना पूरी होती है
बागेश्वर धाम इन दिनों पूरे देश में चर्चा का केंद्र बना हुआ है। हिंदू धर्म के पवित्र स्थलों में से एक बागेश्वर धाम सरकार भी है। यह मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित है। यह हनुमानजी का प्रमुख धार्मिक स्थल है। यहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां अपनी मनोकामनाएं लेकर दर्शन के लिए आते हैं। ऐसी मान्यता है कि यहां जो भी भक्त सच्चे हृदय से अपनी अर्जी लगाता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं, समस्याओं का निराकरण हो जाता है।
यही कारण है कि बागेश्वर धाम श्रद्धालुओं के लिए आज आस्था व उनकी विश्वास का सबसे बड़ा प्रतीक बन चुका है। इस स्थान पर हनुमानजी के एक और स्वरूप है, जिन्हें श्री बागेश्वर बालाजी महाराज के नाम से जाना जाता है। यहां पर वे वास करते हैं।
बागेश्वर धाम में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री दरबार लगाते हैं। कहा जाता है कि पंडित धीरेंद्र शास्त्री प्रसिद्ध कथावाचक रामभद्राचार्य के प्रिय शिष्यों में से एक हैं। आचार्य धीरेंद्र कृष्णह शास्त्रीद यहां पर भगवान बालाजी का दरबार लगाते हैं और अनजान लोगों को उनके नाम से बुलाकर एक पर्ची में लोगों की समस्या भी लिख देते हैं।
आपको बता दें कि बागेश्वर धाम मंदिर बालाजी का पुराना चमत्का रिक मंदिर है।
यहां पर हनुमान जी के सामने भगवान भोलेनाथ की प्रतिमा मौजूद है। कहा जाता है कि यहां कई साल पहले संत सेतु लालजी महाराज का आगमन हुआ, जो आचार्य धीरेंद्र कृष्णज शास्त्रीा के दादा जी थे। साल 2012 में श्रद्धालुओं की समस्यार का निराकरण करने के लिए दरबार लगाया जाने लगा। इसके बाद वर्ष 2016 में बागेश्वर धाम में भूमि पूजन हुआ और फिर भगवान बालाजी का यह धाम समस्यातओं के निराकरण के लिए प्रसिद्ध हो गया।
इस मंदिर में मंगलवार को भक्तोंस की भारी भीड़ उमड़ती है। यहां लोग बालाजी के दरबार में अपनी अर्जी लगाते हैं। अर्जी लगाने के लिए आपको यहां एक पर्ची पर अपनी समस्याे लिखकर उसे लाल कपड़े में नारियल के साथ बांधकर मंदिर परिसर में रखना होता है। हालांकि समस्या के अनुसार कपड़े का रंग बदल जाता है।
अगर आपकी अर्जी सामान्य है, तो लाल कपड़े में नारियल बांधें इसके अलावा अगर शादी-विवाह से जुड़ी अर्जी है तो नारियल को पीले कपड़े में बांधें और अगर अर्जी प्रेत बाधा से जुड़ी है तो नारियल को काले कपड़े में बांधकर रखना चाहिए। यह भी कहा जाता है कि अगर आप यहां आकर अर्जी नहीं लगा सकते तो अपने घर पर ही पूजास्थंल में कुछ मंत्रोच्चार कर नारियल के साथ अपनी अर्जी लगा सकते हैं। कहा जाता है कि घर पर लगी अर्जी भी बालाजी सुन लेते हैं।
अगर आप बागेश्वर धाम जाने की सोच रहे हैं तो आप सड़क मार्ग, ट्रेन या हवाई मार्ग से यहां तक पहुंच सकते हैं।
आचार्य धीरेंद्र शास्त्री के अनुसार अगर आपने सच्ची श्रद्धा से अर्जी लगाई है और आपकी अर्जी स्वी्कार हो गई है तो आपको सपने में लगातार 2 दिन तक बंदर दिखाई देंगे। केवल एक दिन बंदर दिखाई दें तो यह माना जाता है कि अर्जी पहुंच चुकी है। वहीं अर्जी के स्वीाकार होने पर घर के किसी सदस्यत को सपने में 2 दिन तक लगातार बंदर दिखाई देंगे। इसके अलावा अगर आपकी अर्जी स्वीतकार न हुई हो यानी कि आपको सपने में बंदर न दिखें तो फिर से मंगलवार को ये उपाय कर सकते हैं। कहा जाता है कि इन उपायों को 2 से 3 मंगलवार तक दोहराने से आपकी अर्जी स्वीककार हो जाएगी।
भोपाल से बागेश्वर धाम की दूरी करीबन 365 किलोमीटर है. जिन लोगों की ट्रेन से जाने की इच्छा है, वे बागेश्वर धाम छतरपुर रेलवे स्टेशन या फिर खजुराहो रेलवे स्टेशन से यहां पहुंच सकते हैं। रेलवे स्टेेशन से धाम तक के लिए आपको टैक्सी या बस बेहद आसानी से मिल जाएगी।
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