अपनी हर फिल्म में एक अलग पहचान छोड़ जाते हैं
मनोज बाजपेयी जो बॉलीवुड में फैमिली मैन नाम से मशहूर हैं, इन दिनों अपनी आने वाली फिल्म गुलमोहर की वजह से सुर्खियों में हैं। अपनी आने वाली फिल्म से मनोज बाजपेयी को काफी उम्मीदें हैं। मनोज बाजपेयी बॉलीवुड के एक मशहूर अभिनेता हैं जो अपने दमदार एक्टिंग की वजह से जाने जाते हैं।
वे हिंदी सिनेमा के साथ-साथ तेलुगु और तमिल फिल्मों में भी सक्रिय हैं। वे अपने रोल को इतने जीवंत तरीके से निभाते हैं कि अपने एक्टिंग करियर में वे अब तक दो नेशनल फिल्म अवॉर्ड और चार फिल्म फेयर अवॉर्ड जीत चुके हैं। मनोज बाजपेयी को फिल्म भोंसले के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
मनोज बाजपेयी बिहार के रहने वाले हैं
बिहार के नरकटियागंज के रहने वाले हैं। उनका जन्म जन्म 23 अप्रैल 1969 को हुआ था। मनोज ने अपनी हाई स्कूल तक की पढ़ाई बिहार के बेतिया जिले के के आर हाई स्कूल से की। इसके बाद मनोज बाजपयी नारकाटियागंज से दिल्ली चले गए। कॉलेज के दिनों में ही मनोज ने थियेटर करना शुरू कर दिया था।
मनोज बाजपेयी बैंडिट क्वीन में आए थे नजर
मनोज बाजपेयी चर्चित फिल्म बैंडिट क्वीन में नजर आये थे। हालांकि मनोज को हिंदी सिनेमा में पहचान फिल्म शूल से मिली। आज मनोज की गिनती हिंदी सिनेमा में सर्वश्रेष्ठ अभिनेताओं में होती है। उनकी कुछ प्रमुख फिल्में हैं- कलाकार, दाउद, तम्मना, सत्या, प्रेम कथा, कौन, शूल, फिजा, दिल पे मत ले यार, पिंजर, एलओसी कारगिल, वीर-जारा, जेल, गैंग्स ऑफ वासेपुर आदि
कई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है
अपनी दमदार एक्टिंग की वजह से चर्चा में रहने वाले को कई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है। यही नहीं, उन्हेंक राष्ट्रंपति द्वारा पद्मश्री पुरस्कासर से भी सम्माीनित किया जा चुका है। एक्टिंग में काफी दिलचस्पी रहती थी। उन्होंने कहा कि एनएसडी में दाखिला नहीं मिलने से उन्हें काफी दुख हुआ था।
इसके बाद उन्होंने दिल्ली में ही बैरी जॉन के साथ थिएटर करना शुरू कर दिया। मनोज बाजपेयी टीवी में भी काम कर चुके हैं। मशहूर टीवी स्वाभिमान में उन्होंने काम किया था। सत्या, शूल और पिंजर जैसी फिल्मों से उन्हें काफी बड़ी पहचान मिली। इन फिल्मों को न केवल सराहा गया बल्कि उन्हें सम्मानित भी किया गया।
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